Pegasus Spyware Kya Hai – भारत में Pegasus Spyware एक बार फिर चर्चा में हैं. भारत में इसके जरिए कई पत्रकारों और चर्चित हस्तियों के फ़ोन की जासूसी करने का दावा किया जा रहा है. बांग्लादेश समेत कई देशों ने पेगासस स्पाईवेयर ख़रीदा है.
पेगासस एक स्पाइवेयर है इस Software को इसराइल की साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ने तैयार किया है. जिसका इस्तेमाल कंपनी सरकार, पत्रकारों और राजनेताओं सहित प्रमुख हस्तियों की जासूसी करने के लिए करती है।
Pegasus Spyware Kya Hai
Pegasus एक स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर है, जिसे इज़रायली साइबर सुरक्षा कंपनी NSO द्वारा विकसित किया गया है।, जिसे आपके डिवाइस की सभी एक्टिविटी को ट्रैक करने के लिए एक अटैकर द्वारा आपके स्मार्टफ़ोन पर इंस्टॉल किया जा सकता है. पेगासस स्पाइवेयर को क्यू सूट और ट्राइडेंट जैसे दूसरे नामों से भी जाना जाता है.
Pegasus Spyware ब्लैकबेरी, एंड्रॉयड, आईओएस (आईफोन) और सिंबियन-आधारित उपकरणों को प्रभावित कर सकता है। पेगासस मोबाइल में संगृहीत सूचनाएँ, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे कम्युनिकेशन एप के संदेश स्पाइवेयर ऑपरेटर को भेज सकता है। यही वजह है कि इसे उपलब्ध सबसे रिफाइंड प्रोडक्ट्स में से एक के रूप में जाना जाता है.
यह स्पाइवेयर मूल रूप से 2016 में सुर्खियों में आया था, जब संयुक्त अरब अमीरात के मानवाधिकार कार्यकर्ता अहमद मंसूर को अपने फोन पर एक लिंक के साथ देश में प्रताड़ित कैदियों के बारे में एक टेक्स्ट मैसेज मिला।
रोचक तथ्य – ग्रीक माइथोलॉजी के अनुसार, पेगासस की उत्पत्ति देवता पोसाएडन और मेडूसा से हुई थी। यह एक सफेद रंग का ताकतवर घोड़ा होता है, जिसके बड़े-बड़े पंख होते हैं। ग्रीक माइथोलॉजी में पेगासस बुद्धिमत्ता और प्रसिद्धि का प्रतीक है।
जब उन्होंने सिटीजन लैब के रिसर्चर्स को भेजा था. जांच के बाद, यह पाया गया कि लिंक एनएसओ ग्रुप से संबंधित बेसिक स्ट्रक्चर से जुड़े हुए थे. तब से स्पाइवेयर बहुत डेवलप हो गया है और अब एक जीरो-क्लिक अटैक बनने में कामयाब रहा है. इसका मतलब है कि टारगेट यूजर को स्पाइवेयर इंस्टॉल करने के लिए कोई कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है, इस प्रकार इसका पता लगाना या रोकना असंभव हो जाता है.
क्या क्या हैक कर सकता है
Pegasus spyware इतना एडवांस है की मोबाइल में उपस्थित सारी जानकारी चुरा सकता है जैसे
- SMS,
- Contact Details,
- Call history,
- Calendar Records,
- Emails,
- Instant Messaging App
- Browsing history
Pegasus Spyware कैसे करता है काम ?
Pegasus Spyware एक मात्रा ऐसा software ही जो व्हाट्सएप मिस कॉल या वॉइस कॉल के माध्यम से किसी भी डिवाइस में इंस्टॉल किया जा सकता है। यह किसी डिवाइस में इंस्टॉल होने के बाद सारा डाटा ऑपरेटर को भेज देता है.
इस की ख़ास बात ये है की ये बिना किसी यूजर के अनुमति के खुद को इंस्टॉल हो और अनइनस्टॉल और करने का क्षमता रखता है जब यह सारा डाटा ऑपरेटर को भेज देता है तो या खुद ब खुद डिवाइस से रिमूव हो जाता है जिससे इसे पकड़ पाना नामुमकिन है
क्या होता है स्पाइवेयर?
स्पाइवेयर एक प्रकार का मैलवेयर है जो डिज़िटल डिवाइस जैसे- कंप्यूटर, मोबाइल, टेबलेट से गुप्त एवं निजी जानकारियाँ चुराता है। यह जीमेल अकाउंट, बैंक डिटेल्स, सोशल मीडिया से लेकर टेक्स्ट मैसेज जैसी गतिविधियों पर नज़र रखता है एवं वहाँ से डेटा चोरी करके अपने ऑपरेटर तक पहुँचाता है।
यह ज़्यादातर नवीनतम डिवाइस मॉडल और ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ जुड़ा होता है।इन्हें इस तरह से डिज़ाइन किया जाता है कि डिवाइस यूज़र को डिवाइस में स्पाइवेयर के होने का पता न चल सके।
कई बार कंपनियाँ अपने कंप्यूटर सिस्टम में खुद स्पाइवेयर डलवाती हैं ताकि ये पता कर सकें कि कर्मचारी अपना काम सही तरीके से कर रहे हैं या नहीं।
स्पाइवेयर कई प्रकार के होते हैं
ऐडवेयर – यह सामान्य प्रकार का स्पाइवेयर है जो मुख्य रूप से विज्ञापनदाताओं द्वारा उपयोग में लाया जाता है।
कुकी ट्रेकर – इसके ज़रिये किसी व्यक्ति की इंटरनेट गतिविधियों के बारे में जानकारी एकत्रित की जाती है।
सिस्टम मॉनीटर – इसका उपयोग डिवाइस की गतिविधियों पर नज़र रखने और डेटा रिकॉर्ड करने हेतु किया जाता है।
ट्रोज़न – इसे वास्तविक एप्लीकेशन, दस्तावेज़ या सॉफ्टवेयर के रूप में चित्रित किया जाता है।
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