OPD Full Form in Hindi : ओपीडी का फुल फॉर्म हिंदी में जानकारी

Pankaj Sahu
5 Min Read
OPD Full Form in Hindi

OPD Full Form in Hindi : जब कोई मरीज़ अस्पताल या क्लिनिक जाता है, तो आमतौर पर उसका पहला पड़ाव ओपीडी होता है। यहाँ पर मरीज़ अपना पंजीकरण करवाते है, जिसके बाद मरीज बुनियादी जानकारी और लक्षण बताते हैं, और उन्हें उनकी समस्या के आधार पर संबंधित विभाग – जैसे जनरल मेडिसिन, गायनोकोलॉजी, न्यूरोलॉजी या पीडियाट्रिक्स में भेज दिया जाता है।

ओपीडी में क्या होता है?

ओपीडी अस्पताल के भीतर एक विभाग होता है जो मरीजों को अस्पताल में भर्ती किये बिना ही चिकित्सा परामर्श और उपचार प्रदान करता है। ऐसे मरीज जिन्हे अस्पताल में भर्ती करने की जरुरत नहीं है वे डॉक्टर से परामर्श के लिए, जांच कराने के लिए ओपीडी आते हैं।

ओपीडी में कई तरह की सेवाएं उपलब्ध होती हैं, जिसमें शामिल हैं:

परामर्श : ओपीडी का मुख्य काम मरीज़ो को डॉक्टरों द्वारा परामर्श देना होता है। मरीज अपनी शिकायतें बताते हैं, जिसके बाद डॉक्टर उनका परीक्षण करते हैं और इलाज सम्बंधित सलाह देते है।

जांच : ओपीडी में विभिन्न प्रकार की जांच की सुविधा उपलब्ध होती है, जैसे ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, एक्स-रे, सोनोग्राफी आदि। अदि डॉक्टर किसी जांच कराने की बोलता है तो मरीज यहाँ पर टेस्ट करवा सकते है।

दवाइयां : दवाइया लेने के लिए मरीज को कही जाने की जरुरत नहीं होती, बल्कि ओपीडी से आवश्यक दवाइयां भी मिल जाती है। जिसके बाद मरीज फार्मेसी से अपनी दवाइयों का पर्चा लेकर उन्हें ले सकते हैं।

OPD Full Form in Hindi

ओपीडी का पूरा नाम ‘आउट पेशेंट डिपार्टमेंट‘ (Outpatient Department) होता है। जहाँ पर मरीजों को रात भर भर्ती हुए बिना परामर्श, बुनियादी उपचार और सेवाएँ मिलती हैं। ओपीडी का अधिकांश काम दैनिक और गैर-आपातकालीन चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करना होता है।

इसके साथ ही स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ, शरीर से जुडी जाँचें, टीकाकरण और घाव की ड्रेसिंग या टाँके हटाने जैसी प्रक्रिया को ओपीडी में ही कुशलतापूर्वक किया जाता है।

ओपीडी के प्रमुख कार्य और सेवाएं

  • विभिन्न विभागों के डॉक्टरों के साथ चिकित्सा परामर्श
  • नैदानिक परीक्षण और जांच (जैसे रक्त परीक्षण, एक्स-रे, एमआरआई)
  • मामूली उपचार या शल्य चिकित्सा प्रक्रियाएं
  • नुस्खे और दवाएं जारी करना
  • टीकाकरण और टीकाकरण
  • नियमित स्वास्थ्य जांच और निवारक जांच
  • फिजियोथेरेपी सत्र

ओपीडी के फायदे

किसी भी हॉस्पिटल में ओपीडी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है। यहाँ जाने पर मरीज़ो को कई तरह के फायदे मिलते है, जिसके बारे में निचे देख सकते है।

सुविधा: ओपीडी में इलाज की प्रक्रिया ज्यादा आसान और सुविधाजनक होती है। इसके साथ मरीज चाहे तो घर पर रहकर भी अपना इलाज करवा सकते हैं। हालाँकि जरुरत पड़ने पर अस्पतान जाना पड़ सकता है।

समय की बचत: ओपीडी में इलाज की प्रक्रिया बहुत तेज होती है। इस तरह, मरीज अपना समय बचा सकते हैं और अपने काम पर जल्दी लौट सकते हैं।

कम खर्च: ओपीडी में इलाज करवाने का खर्च काफी कम होता है, इसमें अस्पताल के कमरे का किराया, नर्सिंग शुल्क आदि शामिल नहीं होते हैं। जिस वजह से गरीब लोग भी अपना इलाज़ आसानी से करवा सकते है।

निष्कर्ष

ओपीडी अस्पताल का एक महत्वपूर्ण विभाग होता है, जो सेकड़ो मरीज़ो को बेहत सुविधाएं प्रदान करता है। लगभग सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएँ उपलब्ध हैं। ओपीडी में लगने वाला परामर्श शुल्क डॉक्टर की विशेषज्ञता, अस्पताल और स्थान के आधार पर निर्भर करता है।

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