IPO क्या है IPO के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में 2024

Karn Arya
12 Min Read
IPO Kya Hai in Hindi

आज हम आपको IPO Kya Hai इसमें Invest करके पैसे कमा सकते है और यह भी जानेंगे की यह कैसे काम करता है और क्या IPO में Invest करना चाहिए या नहीं इसके साथ हम और भी बहुत सी चीज़ो के बारे में जानेंगे। की इसको क्यों लाया जाता है और इसकी process क्या है

आज के समय में हर कोई अपने पैसे को invest करने की सोचता है लेकिन कहा invest करे इसके बारे में जानकारी नहीं होती। अगर आप भी अपने पैसे को invest करके earning करते है तो share market के IPO में invest करने का सबसे अच्छा तरीका हैं। इस से आप बहुत कम समय में तुरंत अच्छा पैसा बना सकते हैं।

बहुत से finance experts आपको share market में invest करने की सलाह देते है। यहाँ पर आप लॉन्ग टर्म्स में अच्छा पैसा कमा सकते है। कुछ लोग तो ब2हुत कम समय में भी earning कर लेते है। ये सब कुछ आपके investment पर निर्भर करता है। किस आप किस share में पैसा लगा रहे है।

आज हम आपको IPO के बारे में विस्तार से बताने जा रहे है तो चलिए शुरू करते है की IPO क्या है और इस से पैसे कैसे कमाए।

IPO क्या है? IPO को हिंदी में क्या कहते है

आपने कही ना कही IPO के बारे में जरूर सुना होगा। आईपीओ को इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (INITIAL PUBLIC OFFERING) कहते हैं. एक फर्म (Firm) या Company के IPO शुरू करने के दो मुख्य कारण एक तो पूंजी जुटाना और दूसरा पूर्व निवेशकों को समृद्ध करना है. भारतीय शेयर बाजार में हाल के दिनों में इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) की बाढ़ आई हुई है.

IPO ज्यादातर छोटी या फिर नई कम्पनिया लेकर आती हैं जो अपने व्यापार (Business) को बढाने के लिए पूँजी (capital) चाहती हैं, पर यह बड़ी निजी-स्वामित्व वाली कंपनियों (privately-owned companies) द्बारा भी जारी किए जाते हैं और इसको को कोई भी खरीद सकता है।

जब भी किसी कंपनी का IPO आता है तो लोगों को लगता है की कंपनी अच्छा काम कर रही है जिस वजह से लोग इसमें पैसा लगते है कि यह कम समय में मुनाफा कमाने का अच्छा तरीका है लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता है कभी कभी निवेशकों को अपना पैसा खोना भी पड़ सकता है तथा घाटा होने की सम्भावना भी रहती है।

कंपनियां सार्वजनिक क्यों होती हैं?

आप सभी जानते है की हर कंपनी अपनी तरक्की चाहते है यानी की बहुत बड़ा बनना चाहते है इसलिए कंपनी अपने व्यवसाय को बड़ा बनाने के लिए पैसे की जरुरत होती है। और इसके लिए कम्पनी को इन्वेस्टमेंट की आवश्यकता होती है। जिसके लिए कम्पनियो को सार्वजनिक कर के पैसे जुटाते का काम किया जाता है।

आसान शब्दों में समझे तो कम्पनी अपने व्यापर को ज्यादा बढ़ाने के लिए कम्पनी के शेयर या मालिकाना हक़ को बेच कर धन जुटाती है ताकि कम्पनी को आगे बढ़ाया जा सके।

आईपीओ के प्रकार (TYPES OF IPO)

आईपीओ को दो तरह से बांटा जा सकता है और इसे दो भागों में बांटने का कारण उसकी कीमतों का निर्धारण होता है.

  • फिक्स प्राईस आईपीओ (FIX PRICE ISSUE OR FIX PRICE IPO)
  • बुक बिल्डिंग आईपीओ (BOOK BUILDING IPO)

फिक्स प्राईस आईपीओ (FIX PRICE IPO)

आईपीओ को मार्किट में लाने से पहले इनवेस्टमेंट बैंक के साथ मिलकर आईपीओ के प्राईस के बारे में चर्चा की जाती है. उस FIX PRICE पर ही कोई भी इनवेस्टर आईपीओ को सबस्क्राईब कर सकते हैं. और आप केवल उसी प्राइस पर IPO को खरीद सकते हैं जो प्राईस पहले से निर्धारित किए गए है.

बुक बिल्डिंग आईपीओ (BOOK BUILDING IPO)

बुक बिल्डिंग इशू में कंपनी इन्वेस्टर बैंकर के साथ मिलकर एक Price band तैयार करती है जब आईपीओ की प्राईस बैंड डिसाइड हो जाती है उसके बाद ही इसे जारी किया जाता है. जैसा की Rs 180 – Rs 200 के बिच यहाँ पर निवेशकों को आपकी बिड लगनी होती है। जिसकी जितनी ज्यादा बिड होगी उसको शेयर्स मिल जायेंगे। इसलिए अगर आपको भी किसी कंपनी के शेयर खरीदना है तो निवेशक को Price Band से ज्यादा ऊंची वाली बिड लगाना चाहिए।

आईपीओ में कैसे निवेश करें?

आईपीओ जारी करने वाली कंपनी अपने आईपीओ में इन्वेस्ट करने के लिए 3 से 10 दिनों तक Open रखती है जिसके जरिये कोई भी invester मात्रा उतने दिनों में खरीद सकता हैं। अधिकतर कम्पनिया अपने IPO के लिए 3 दिन का समय रखती हैं। इस निश्चित समय में आप कंपनी की साइट पर जाकर या फिर रजिस्टर्ड ब्रोकरेज के जरिए आईपीओ में इनवेस्ट कर सकते हैं।

अब अगर आईपीओ फिक्स प्राईस इश्यू है तो आपको उसी फिक्स प्राईस पर आईपीओ के लिए अप्लाई करना होगा, और अगर आईपीओ बुक बिल्डिंग इश्यू है तो आपको उस बुक बिल्डिंग इश्यू पर ही बिड लगानी होगी। इन दोनों के बारे में हम आपको बता चुके हैं।

IPO अलॉटमेंट प्रोसेस (Allotment Process)

जब आईपीओ ओपनिंग क्लोज हो जाती है तो कंपनी आईपीओ का अलॉटमेंट करती है. इस प्रोसेस के जरिये कंपनी अपने सभी इनवेस्टर्स को आईपीओ अलॉट करती है इसके बाद इनवेस्टर्स को आईपीओ अलॉट हो जाने के बाद शेयर को stock market में लिस्ट कर दिया जाता हैं। स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने के बाद इसको ख़रीदा और बेचा जा सकता हैं।

आईपीओ में निवेश से पहले निवेशकों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए

अधिकतर लोगो को लगता है की IPO में निवेश करके तुरत फायदा कमा सकते है, लेकिन ये बात पूरी तरह से सही नहीं है। आईपीओ में निवेश से पहले निवेशकों को रिसर्च करना जरुरी है।

कंपनी का मूल्यांकन (Valuation)

IPO में निवेश करने से पहले कंपनी के मूल्यांकन के बारे में जॉबकारी होना बहुत जरुरी हैं, इसलिए अधिक से अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास करना चाहिए। जिस comapny में निवेश कर रहे है उसका क्या काम है, उस पर किसी तरह का loan तो नहीं है और भविष्य में व्यापार की क्या संभावनाएं हैं। वे उसी क्षेत्र में समान व्यापार (similar businesses) वाली कंपनियों के विषय में भी जानकारी जुटा सकते हैं।

व्यापार के लिए जोखिम

निवेशकों को कंपनी के प्रॉस्पेक्टस को समझकर उसके व्यवसाय के लिए वर्तमान और भविष्य में जोखिमों को जरूर देखना चाहिए। जिस से आप अपने पैसो को नुक्सान से बचा सकते हैं। इसके साथ आपको ये जानना बहुत जरुरी है की company पर कितना उधार, बकाया देनदारियां या मुकदमे है इस प्रकार के जोखिम कंपनी के भविष्य के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

निवेश की समय – सीमा

निवेशकों को पैसे निवेश करने की समय – सीमा के विषय में स्पष्टता होनी चाहिए। बहुत से लोग IPO में निवेश करने के बाद पैसे कमाने के उद्देस्य से तुरंत उसके shares को बेच देते हैं जिस से उनको अच्छा लाभ होता हैं। अगर आप लम्बे समय तक Invest करना चाहते है तो निवेश के मूल सिद्धांतों के बारे में जानकारी जरूर प्राप्त करे।

IPO के क्या फायदे है?

आईपीओ में निवेश करने के बहुत सारे फायदे होते है जिनमे से कुछ को हमने यहाँ पर दिखाया है।

  • IPO की प्राइस कम होने की वजह से ज्यादा जोखिम नहीं होता।
  • नई कंपनी का बाजार में व्यापार बढ़ रहा होता है इसलिए उनके शेयर का मूल्य भी जरूर बढ़ेगा।
  • कभी – कभी नई आईपीओ के भाव में मूल्य वृद्धि बहुत जल्दी और अपेक्षा से ज्यादा हो जाती है ऐसा आज कल भारत में हो रहा है।

IPO के नुकसान क्या है?

  • इसका सबसे बड़ा नुक्सान कंपनी के मालिक को है क्युकी IPO लांच होने के तुरंत बाद अपने शेयर्स नहीं बेच सकते अगर उन्होंने ऐसा किया तो कंपनी के शेयर्स गिर भी सकते है।
  • कंपनी के बारे में सभी प्रकार की जानकारी जनता को पता रहती है।
  • कभी कभी नई कंपनी में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।

अब तो आप समझ ही गए होने की IPO क्या है और इसके प्रकार के बारे में विस्तार से बताया। कुछ लोगो को इसके बारे में सही जानकारी नहीं होती जिस वजह से उनको invest करने में परेशानी होती है। अगर इसके बारे में सही जानकारी होगी तो IPO Apply कर पाएंगे।

FAQs

शेयर मार्केट में आईपीओ क्या है?

जब भी किसी business को पब्लिक किया जाता है तो इसको IPO कहा जाता है जिसे कोई भी इनके stock को खरीद सकता है सुर इस से company पैसे कमाती है।

आईपीओ में कैसे निवेश करें?

इसमें निवेश करना बहुत ही आसान है इसके लिए आपको IPO आवेदन करना होगा जिसके बाद आप इसको खरीद सकते है।

IPO खरीदना सही है?

यह सब कुछ Company पर निर्भर करता है। IPO को खरीदने से पहले आपको इसके बारे में अच्छे से research करना होगा। जिसके आधार पर आप निर्णय कर सकते है की किस IPO में इन्वेस्ट करना है।

IPO full form in English

Initial public offering

निष्कर्ष

आईपीओ के मामले में ट्रेडिंग खाता होना आवश्यक नहीं है, केवल एक डीमैट खाता ही पर्याप्त है। अगर आप लिस्टिंग पर शेयरों को बेचना या खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होगी। इसलिए जब भी आप IPO के लिए आवेदन करते है तो आपको डीमैट अकाउंट के साथ आपको ट्रेडिंग account को खोलना होगा।

आशा करते है की आपको समझ में आगया होगा की IPO Kya hai और कैसे आप IPO से पैसे कमा सकते है। अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी हो तो आपने दोस्तों के साथ Facebook पर जरूर शेयर करे।

अगर आपको IPO से जुडी किसी भी प्रकार की जानकारी चाहिए तो आप निचे Commect box में पूछ सकते है। हम आपके सभी सवालो के जवाब देने की कोशिस करेंगे।

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